एक बार अरूण नाम के असुर के अत्याचार इतने बढ गये कि वह स्वर्ग में रहने वाली देव पत्नियो के सतीत्व को नष्ट करने की कुचेष्टा करने लगा । अपने सतीत्व की रक्षा के लिए देवी पत्नियो ने भौरो का रूप धारण कर लिया और दुर्गा देवी से अपने सतीत्व की रक्षा के लिये प्रार्थना करने लगी । देव पत्नियो को दुःखी जानकर देवी दुर्गा ने भ्रामरी का रूप धारण कर अरूण असुर को सेना सहित संहार कर डाला।